टोक्यो का टिकट कटाने वाली एकमात्र भारतीय तलवारबाज भवानी देवी ने खुलासा किया है कि वह मां के कोरोनाशक होने के कारण मार्च में हुए ओलम्पिकायर टूर्नामेंट से हटना चाहती थीं।
उन्होंने कहा कि मां के कहने पर ही न चाहते हुए भी मैंने टूर्नामेंट में हिस्सा लिया था। इटली में तैयारी कर रहे भवानी ने कहा कि बुश के बुडापेस्ट में मार्च में हुई क्वालिफाइंग प्रतियोगिता से पहले मेरी मां अस्तपाल में भर्ती थी। वह कोरोना क्षमताओं थी और दो महीने तक अस्पताल में रही। मैं सही में इस टूर्नामेंट में नहीं खेलना चाहता था। मैं उनसे मिलना चाहती थी। पर मां ने अस्पताल में होने के बावजूद कहा चिंता के साथ मैं ठीक हूं। मुझे थोड़े आराम की जरूरत है। मैं जल्द ही घर लौटूंगी। तुम सिर्फ अपने खेल पर ध्यान दो।
भवानी ने बुश में मार्च में हुए विश्व कप से ही समायोजित आधिकारिक रैंकिंग (एओआर) के आधार पर ओल के लिए क्वालिफाई किया।] वह क्वालिफाइंग के जरिए ओल में जगह बनाने वाली देश की पहली तलवारबाज हैं।